बगडावत कथा -32 भाटजी कमर में तीतर बांधकर सावर गढ़ में घुसते हैं और परकोटे के दरवाजे पर आकर चौकीदार से कहते हैं कि मैं अजमेर से आया हूं राजाजी का भाट हूं। द्वारपाल भाटजी को लेकर दियाजी के पास जाता हैं। चौकीदार जाकर दरबार में जहां दियाजी का दरबार लगा हुआ है , … Read more
Follow Us